Today : 21 Nov. 2024

Ram Navami ( राम नवमी ) 2025 : Date , Auspicious time, Why Celebrate Ram Navami ?

Ram Navami 2025 : Date , Auspicious time, Why Celebrate Ram Navami ? Ram Navami rituals of worship..

राम नवमी 2025 : तिथि, शुभ मुहूर्त का समय,राम नवमी क्यों मनाते हैं ? राम नवमी की पूजा विधि

Ram Navami is a Hindu festival that celebrates the birth of Lord Rama, the seventh avatar of Lord Vishnu. It falls on the ninth day (Navami) of the Chaitra month in the Hindu calendar, which typically corresponds to March or April in the Gregorian calendar.

राम नवमी एक हिंदू त्योहार है ,जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म का जश्न मनाता है। यह हिंदू कैलेंडर में चैत्र महीने के नौवें दिन (नवमी) को पड़ता है, जो आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर में मार्च या अप्रैल से मेल खाता है।

Ram Navami is on 06th April in 2025.

राम नवमी 2025 में 06 अप्रैल को है।

Timing is Here :-

  • Starting of Ram Navmi :- Ram Navami will start on 5th April, 07:26 pm and will end on 6th April, 7:22 pm.

    राम नवमी प्रारंभ : राम नवमी शुरुआत 05 अप्रैल, शाम 07 बजकर 26 मिनट से होगी और इसका समापन 06 अप्रैल ,शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगा।

  • The auspicious time for worship of Ram Navami is on 6th April, from 11:08 am to 01:39 pm.( duration : 2 hours 31 minutes )

    राम नवमी की पूजा का शुभ मुहूर्त समय 06 अप्रैल , सुबह 11 बजकर 08 मिनट से दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक है। ( अवधि : 2 घण्टे 31 मिनट )


The time of birth of Lord Shri Ram ji is 12:34 pm in the auspicious time.

भगवान श्री राम जी के जन्म का समय शुभ मुहूर्त में दोपहर 12 बजकर 34 मिनट है।

Rituals of Ram Navami worship ~ रामनवमी पूजा विधि :-

  1. Bathing and Cleansing : Start your day with a ritual bath, which symbolizes the purification of body and soul. It is necessary to clean the house and the temple of Lord Ram.

    स्नान और सफाई : अपने दिन की शुरुआत अनुष्ठानिक स्नान से करे, जो शरीर और आत्मा की शुद्धि का प्रतीक है। घर और भगवान राम के मंदिर की सफाई आवश्य करे।

  2. Fasting : Devotees observe fast on Ram Navami as a form of self-discipline and devotion. Some people may fast from sunrise to sunset, while others may do a partial fast with specific dietary restrictions.

    उपवास : भक्त आत्म-अनुशासन और भक्ति के रूप में राम नवमी पर उपवास रखते हैं। कुछ लोग सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रख सकते हैं, जबकि अन्य विशिष्ट आहार प्रतिबंधों के साथ आंशिक उपवास कर सकते हैं।

  3. Puja and Hvan : Elaborate puja (worship ceremonies) should be performed in homes and temples. The main deity, Lord Rama, should be decorated with flowers, sandalwood paste and other auspicious items. Devotees may also perform Hvan (fire ritual) as a part of the puja.

    पूजा और हवन : घरों और मंदिरों में विस्तृत पूजा (पूजा समारोह) करनी चाहिए। मुख्य देवता, भगवान राम, को फूलों, चंदन के लेप और अन्य शुभ वस्तुओं से सजाया जाए। भक्त पूजा के एक भाग के रूप में हवन (अग्नि अनुष्ठान) भी कर सकते हैं।

  4. Recitation of scriptures : One should recite verses and hymns from the Ramayana, especially those that describe the life and actions of Lord Rama. Lessons can be done individually or in a group.

    धर्मग्रंथों का पाठ : रामायण के छंदों और भजनों का पाठ करना चाहिए, विशेष रूप से वे जो भगवान राम के जीवन और कार्यों का वर्णन करते हैं। पाठ व्यक्तिगत या समूह में किया जा सकता है।

  5. Reading or listening to Ramayana : Devotees should spend time reading or listening to Ramayana, the epic that tells the story of Lord Rama. This can be done through group reading, sermons or by listening to religious scholars.

    रामायण पढ़ना या सुनना : भक्तो को भगवान राम की कहानी बताने वाले महाकाव्य रामायण को पढ़ने या सुनने में समय बिताना चाहिए । यह समूह वाचन, प्रवचन या धार्मिक विद्वानों को सुनकर किया जा सकता है।

  6. Offerings and Prasad : Offerings to Lord Rama, which include fruits, flowers, sweets and other items considered dear to the deity. The Prasad should then be distributed among the devotees as Prasad, which is considered as blessed food.

    प्रसाद और प्रसाद: भगवान राम को प्रसाद चढ़ाये, जिसमें फल, फूल, मिठाइयाँ और देवता को प्रिय मानी जाने वाली अन्य वस्तुएँ शामिल हैं। जिसे ,फिर प्रसाद को भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में वितरित करना चाहिए, जिसे धन्य भोजन माना जाता है।


Charitable activities: One should indulge in charitable activities on Ram Navami, such as donating food, clothes, or contributing to social causes, as a way of expressing compassion and selflessness.

धर्मार्थ गतिविधियाँ: करुणा और निस्वार्थता व्यक्त करने के तरीके के रूप में राम नवमी पर धर्मार्थ गतिविधियों में शामिल होना चाहिए , जैसे भोजन, कपड़े दान करना, या सामाजिक कारणों में योगदान देना चाहिए।

Why Celebrate Ram Navami ~ राम नवमी क्यों मनाते हैं :-

  1. Celebration of Lord Rama’s Birth: Ram Navami marks the birth of Lord Rama, the seventh avatar of Lord Vishnu. Devotees celebrate the divine appearance of Lord Rama, who is revered for his exemplary virtues, righteousness (dharma), and devotion to duty.

    भगवान राम के जन्म का उत्सव: राम नवमी भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म का प्रतीक है। भक्त भगवान राम के दिव्य स्वरूप का जश्न मनाते हैं, जो अपने अनुकरणीय गुणों, धार्मिकता (धर्म) और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए पूजनीय हैं।

  2. Religious Observances: Ram Navami is a day of religious observance and devotion. Devotees visit temples dedicated to Lord Rama, participate in special prayers, and engage in spiritual activities. The day is marked by pujas, recitation of scriptures, and the singing of devotional songs.

    धार्मिक अनुष्ठान: रामनवमी धार्मिक अनुष्ठान और भक्ति का दिन है। भक्त भगवान राम को समर्पित मंदिरों में जाते हैं, विशेष प्रार्थनाओं में भाग लेते हैं और आध्यात्मिक गतिविधियों में संलग्न होते हैं। इस दिन को पूजा, धर्मग्रंथों का पाठ और भक्ति गीत गाकर मनाया जाता है।

  3. Teachings of Lord Rama: The life of Lord Rama, as depicted in the epic Ramayana, is considered a source of moral and ethical guidance. Celebrating Ram Navami provides an opportunity for devotees to reflect on the teachings of Lord Rama, which include principles of righteousness (dharma), duty, loyalty, and selfless service.

    भगवान राम की शिक्षाएँ: महाकाव्य रामायण में चित्रित भगवान राम का जीवन नैतिक और नैतिक मार्गदर्शन का स्रोत माना जाता है। राम नवमी मनाने से भक्तों को भगवान राम की शिक्षाओं पर विचार करने का अवसर मिलता है, जिसमें धार्मिकता (धर्म), कर्तव्य, वफादारी और निस्वार्थ सेवा के सिद्धांत शामिल हैं।

  4. Unity and Harmony: Ram Navami promotes unity and harmony among people. Devotees from various backgrounds and communities come together to celebrate the festival, fostering a sense of shared cultural identity and communal harmony.

    एकता और सद्भाव: राम नवमी लोगों के बीच एकता और सद्भाव को बढ़ावा देती है। विभिन्न पृष्ठभूमियों और समुदायों के भक्त त्योहार मनाने के लिए एक साथ आते हैं, जिससे साझा सांस्कृतिक पहचान और सांप्रदायिक सद्भाव की भावना को बढ़ावा मिलता है।

  5. Spiritual Significance: The celebration of Ram Navami is a time for spiritual reflection and self-improvement. Devotees use this occasion to deepen their connection with the divine, seek blessings for a virtuous life, and make a renewed commitment to spiritual growth.

    आध्यात्मिक महत्व: रामनवमी का उत्सव आध्यात्मिक चिंतन और आत्म-सुधार का समय है। भक्त इस अवसर का उपयोग परमात्मा के साथ अपने संबंध को गहरा करने, धार्मिक जीवन के लिए आशीर्वाद मांगने और आध्यात्मिक विकास के लिए नए सिरे से प्रतिबद्धता बनाने के लिए करते हैं।

Ram Navami is celebrated to honor the birth of Lord Rama, to draw inspiration from his teachings, and to foster spiritual and cultural values within the community. It serves as a reminder of the timeless principles embedded in the Ramayana and encourages individuals to lead a life guided by virtue and righteousness.

राम नवमी भगवान राम के जन्म का सम्मान करने, उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेने और समुदाय के भीतर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए मनाई जाती है। यह रामायण में निहित शाश्वत सिद्धांतों की याद दिलाता है और व्यक्तियों को सदाचार और धार्मिकता द्वारा निर्देशित जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करता है।

Stay Happy and Healthy

आप सभी को हिंदू पंचांग की ओर से राम नवमी 2025 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।🙏

Hindu Panchang wishes all of you a very happy Ram Navami 2025..🙏

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